गौमाता के गोबर के साथ गुग्गल का उपयोग हम करते हैं। तो यह बहुत ही अच्छा हमे लाभकारी परिणाम देता है। गोबर व गुग्गल का धुआं वातावरण को शुद्ध बनाता है। वह नकारात्मक चीजों को दूर करके सकारात्मक वातावरण बनाता है।
गुग्गल का उपयोग सुगंधव औषधि के रूप में भी किया जाता है। इसकी सुगंध बहुत ही मीठी होती है। गुग्गल की सुगंध से मस्तिष्क का दर्द व उससे संबंधित रोगों का भी नाश करता है गूगल को दिल में होने वाले दर्द के लिए भी लाभप्रद माना गया है।
गुग्गल को जलाने के साथ इसे ओषधि के रुप मे भी उपयोग किया जाता है।
गुग्गल को अमृत का रूप माना गया है।गुग्गल कई बड़ी बीमारियों को समाप्त करने में भी सहायता करता है। जैसे
डायबिटीज में गूगल बहुत ही लाभकारी होता है।
गुग्गल एसिडिटी का भी दूर करने में बहुत ही सहायक सिद्ध होता है।
हमारे जोड़ों के दर्द में भी यह आराम देता है।
हमारे शरीर के हिस्से में किसी प्रकार से सूजन होता है।तो उसे भी दूर करने के लिए गुग्गल अमृत का कार्य करता है।
हमारे शरीर में किसी प्रकार के घाव व छाले को भी दूर करने में बहुत ही सहायक सिद्ध होता है।
बालों को भी झड़ने से रोकता है। ऐसा माना गया है पेट से संबंधित बीमारियों को भी दूर करने में यह सहायक सिद्ध होता है।
गुग्गल से लाभ
गुग्गल के फायदे बहुत सारे हैं। इसे खाने के अलावा आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। गूगल के तने को काटने से इसमें एक प्रकार का गोंद जैसा निकलता है। और यह ठंडा होने के बाद ठोस हो जाता है।
गुग्गल का भारत में हर्बल औषधि के रूप में विषेस स्थान है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। गुग्गल गोंद की तरह होता है।जो गर्म तासीर व कड़वा होता है। यह गाडा सुगंधित कई रंग वाला व ज्वलनशील होता है।