A2 Desi Cow Ghee Benefits
बिलोना घी V/S नार्मल घी ?
देसी घी के बारे में आज के समय में हम सभी कुछ न कुछ तो जानते ही है I देसी घी खाना हमारे शास्त्रों में अमृत के सामान माना गया है । देसी घी खाना स्वाद के साथ–साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। घी हमेशा आपको खुले में चरने वाले देसी नस्ल के गाय के दूध से बना हुआ खाना चाहिए क्योकि देसी गाय का घी भरपूर प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स के साथ साथ पचने में भी सहायक होते है I आपको बाज़ार में कई तरह के घी मिल जाता है लेकिन घी खाने से पहले हमें इसे बनने की विधि के बारे में जानना जरुरी हो जाता है क्योकि अगर हम सही विधि से बना हुआ देसी घी का सेवन करते है तो हमारे स्वास्थ पर सकारात्मक प्रभाव पढता है I वही अगर हम गलत विधि से बना हुआ घी का सेवन करते है तो हमारे स्वास्थ पर बहुत बुरा प्रभाव पढता है । चलिए जानते है देसी घी बनाने की विधि के बारे में
नार्मल घी क्या होता है ..?
नार्मल घी मशीनो द्वारा डायरेक्ट दूध से मलाई निकाल कर तैयार किया जाने वाला एक प्रोसेस्ड घी होता है I इस विधि से घी बनाने के लिए क्रीम सेपरेटर मशीन का उपयोग किया जाता है I इस विधि में बहुत मात्रा में दूध इकट्ठा करके जिसमे किसी भी नस्ल के गाय का दूध तथा भैंस का दूध सब मिश्रित करके दूध से सीधा सीधा क्रीम अलग कर लिया जाता है I फिर Cream को मशीनो द्वारा प्रोसेस करके कम समय में ही बड़ी मात्रा में ghee तैयार किया जाता है I मशीनों द्वारा बनाए जाने के कारण Ghee के सारे पोषक तत्व लगभग नष्ट हो जाते हैं I ghee की गुणवत्ता पर भी बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है मशीनों द्वारा बने होने के कारण लेबर और मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट भी कम हो जाता है जो की बाज़ार में आपको सस्ते दामो में मिल जाता है I लेकिन इस प्रकार से तैयार किया हुआ घी में न तो स्वाद होता है और ना ही आपके स्वस्थ के लिए स्वास्थवर्धक होता है I
Bilona Prepared A2 Desi Cow Ghee Benefits
बिलोना पद्धत्ति क्या होता है ?
बिलोना पद्धत्ति एक प्राचीन एवं पारम्परिक पद्धत्ति है जो सदियों से चली आ रही है इस विधि में देसी नस्ल के गाय के दूध उपयोग में लाये जाते है पहले दूध को गर्म करके ठंडा किया जाता है। फिर दही जमाया जाता है।
फिर दही को बिलो (हाथो से मथनी से मथ कर ) कर उससे मक्खन निकला जाता है फिर पारंपरिक तरीके से मिटटी के बर्तन में मक्खन को धीमी आंच में गर्म किया जाता है , इस तरीके से बिलोना विधि से देसी घी बनाया जाता है जो की सबसे उत्तम विधि है । इस प्रकार से तैयार किया हुआ देसी घी में भरपूर मात्र में प्रोटीन, विटामिन एवं मिनरल्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते है I देसी गाय के घी में आपको A-2 प्रोटीन मिलता है जो है स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है I यह घी स्वाद में तो अच्छा होता ही है साथ ही साथ यह आपके सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता हैं ।
A2 प्रोटीन
देशी गायों के दूध में एक विशेष प्रोटीन पाया जाता है । भारतीय गायों में एक अलग तरह की विशेषता होती है जो बाकि अन्य देशो की अन्य गौ-प्रजातियों में नहीं होती । भारतीय गाय के शरीर में सूर्य-ग्रंथि अर्थात ‘सन-ग्लैंड्स’ पाए जाते है। जो दूध को गुणकारी और अमूल्य ओषधि के रूप में परिवर्तित कर देते है।गाय के दूध में पाए गए प्रोटीन में बीटा केसिन A -1 एवं A -2 नामक प्रोटीन होता है । विदेशी गायों के दूध में ज्यादातर ‘बीटा केसीन A-1’ नामक प्रोटीन पाया गया है। इसमें BCM 7 नामक एक प्रोटीन पाया जाता है जो अफीम परिवार का मादक तत्व है यह शरीर के सुरक्षा तंत्र को ख़त्म करके अनेक रोगों का कारण बनता है। वही भारतीय नस्ल के गाय में बीटा केसीन A-2’पाया जाता है बीटा केसीन A-2 प्रोटीन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाता है I तथा पाचनतंत्र को मजबूत करता है एवं सभी के लिए लाभदायक है I
खाने में उत्तम घी कौन सा है ?
ऊपर हमने जाना की घी कैसे और किस पद्धत्ति से तैयार किये जाते है तथा हमने यह भी जाना की A -1 एवं A -2 प्रोटीन क्या होता है और यह किस प्रकार के नस्लों के गाय के दूध में पाया जाता है जैसा की घी तैयार करने के लिए नार्मल विधि में उपयोग में लाये जाने वाले दूध किसी भी नस्ल के हो सकते है तथा यह मशीनो द्वारा प्रोसेस करने की वजह से इसमें उपस्थि प्रोटीन्स और विटामिन्स नस्ट हो जाते है जो की हमारे स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकते है तथा तरह तरह के रोगों का कारन बन सकता है अतः आपको पारंपरिक तरीके से देसी नस्लों के गाय के दूध का उपयोग करके वैदिक बिलोना पद्धत्ति तैयार किया गया A -2 देसी घी का सेवन करना चाहिए जो की प्रोटीन ,विटामिन्स और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है , जो की आपको शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत रखता है I